स्वर्गीय श्री रघबर खलीफा की याद में आया नगर का पहला इनामी दंगल !
आया नगर गांव में गुरु श्याम लाल अखाडा हैं। गुरु श्यामलाल अखाड़े में ही खलीफा रघबर ने आजीवन ब्रह्मचारी रह कर कुश्ती और पहलवानो की सेवा की और पहलवान बनाये। अपने अंतिम दिनों तक वे लगभग अपांग होकर भी अखाड़े की सेवा करते रहे। धरती पर ऐसे महान ब्यक्ति कम ही हुए हैं। इस दंगल में स्वर्गीय गुरु श्यामलाल अखाड़े के संचालक , और गुरु श्याम लाल के पुत्र ने दंगल की कार्यवाही संभाली और आने वाले सभी गुरु खलीफाओं का स्वागत किया। जीतू चोट के कारण रेस्ट पर हैं , आया नगर के मौजिस लोगों ने उनका स्वागत सम्मान क्या और पहलवान को लगे रहने की शक्ति दी।
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