Published on 26 Dec 2015 23.12.2015
\बाजोता गाँव का दंगल।
जिला अलीगढ , उत्तर प्रदेश।
पुलिस और प्रशाशनिक सेवा से जुड़े बहुत से कमिश्नर रैंक के अधिकारी हिन्दुस्तान में हैं । लेकिन दिल्ली पुलिस कमिश्नर महिपाल जी जैसे कुश्ती प्रेमी शायद ही मिलें। अपने गाँव बाजोता में , अपनी स्वर्गवासी माता दानकौर देवी की याद में 27 सालों से बराबर कुश्ती दंगल कराते आ रहे हैं। दंगल में भाई पदम पंवार हमेशा सहयोग करते हैं। पदम भाई ने ही मुझे दंगल में आने का निमंतरण दिया। उन्हें मैं अपने भाड़े भाई का सम्मान भी देता हूँ। वो वक्त बेवक्त अपनी मुसीबतों में काम आने वाले हैं। इसी प्रकार धामी पहलवान जो किशन गढ़ में शानदार भारत केसरी दंगल कराते हैं , और बहुत सज्जन और ने आदमी हैं , उन्होंने भी दंगल में तन मन धन से सहयोग दिया। चौधरी होशियार सिंह , विपीन चौधरी , नवल सिंह ने भी दंगल में बहुत सहयोग दिया। दंगल में रेफ़री रहे बंटी पहलवान देवली से। और धर्मेंदर पहलवान बाजोता से और जोगिन्दर पहलवान अलीगढ से।
दंगल में छुट्टी की दो कुश्तियां हुई। दंगल की छुट्टी की पहली कुश्ती भारत केसरी विक्रम पहलवान गुरु जसराम अखाडा और भारत केसरी युधिस्ठिर तेज सिंह अखाडा के बीच धुँवाधार हुई। कुश्ती में दोनों पहलवानो ने पूरा जोर लगाया और ऊपर नीचे कुश्ती चलती रही। कुश्ती लगभग बीस मिनट चली और बराबरी पर छूटी।
दंगल की छुट्टी की दूसरी कुश्ती हरिओम पलवल और मन्नू पंजाब। के बीच हुई। ये कुश्ती भी बड़ी काँटा हुई , लेकिन समय खत्म होने के कारण बराबर छोड़नी पड़ी।
वहीँ तीसरी कुश्ती जीतू पहलवान गुरु श्याम लाल और विक्की अलीगढ के बीच भी बराबर रही। जिसमे जीतू ने दो बढ़िया दांव दिखाए।
चौथी कुश्ती ताज खान पहलवान पंचवटी और सचिन तेज सिंह के बीच भी बराबरी पर छूटी।
दंगल की पांचवी बड़ी कुश्ती भारत नरेश अखाडा और संजय घोड़ी के बीच हुई। ये कुश्ती भी बराबरी पर छोटी।
छलिया पहलवान गुरु नरेश और भीषम पहलवान भी बढ़िया कुश्ती लड़े। जिसमे छलिया ने जीत दर्ज की।
गुरु जसराम अखाड़े के पहलवान परवेज , आबिद , शेरखान , सद्दाम ने बढ़िया कुश्तियां लड़ी और जीती।
दंगल में महान पहलवान पंडत कुलीपुरिया , समुन्दर पहलवान , तथा अन्य गुरु खलीफाओं का स्वागत हुआ।